बौध्द धर्म Top 25 Question Quiz for SSC Exams
Instructions : In this post we comes with बौध्द धर्म Top 25 Question Quiz for SSC Exams
What is meant by 'Pattimokha' in Buddhism?/ बौद्धमत में पातिमोक्ख से क्या अभिप्राय है?
Description
A Description of Mahayana Buddhism महायान बौद्धमत का विवरण
B Description of Hinayana Buddhism हीनयान बौद्धमत का विवरण
C Laws of community / संघ के नियम
D Questions of king Menandar / राजा मेनांडर के प्रश्न
Description
बौद्धमत में ‘पातिमोक्ख’ संघ के नियमों का संदर्भ है। यह एक संगठनात्मक कोड है जिसे बौद्ध भिक्षु और भिक्षुणियों द्वारा पालन किया जाता है। इसमें विभिन्न नियम और विधियाँ शामिल हैं जो संघ के सदस्यों के आचरण, आचार, और दिशा-निर्देशों को निर्धारित करते हैं।
The entry of women in Buddhist community was permitted by Buddha at: /बौद्ध संघ में भिक्षुणी के रूप में स्त्रियों के प्रवेश की अनुमति बुद्ध द्वारा दी गयी थी
Description
A Shravasti / श्रावस्ती में
B Vaishali / वैशाली में
C Rajgriha / राजगृह में
D Kushinagar/कुशीनगर में
Description
बौद्ध संघ में भिक्षुणी के रूप में स्त्रियों के प्रवेश की अनुमति बुद्ध ने वैशाली में दी थी। इसके बाद, स्त्रियाँ भी बौद्ध संघ में शामिल हो सकीं और धर्म का पालन कर सकीं। इस प्रकार, उत्तर (b) सही है।
Where was the Mendicant union ( Bhikshuni Sangh ) founded by Gautam Buddha ?/ गौतम बुद्ध द्वारा भिक्षुणी संघ की स्थापना कहाँ की गई?
Description
A Kaplvastu/कपिलवस्तु
B Vaishali / वैशाली
C Rajgriha/ राजगृह
D Shrawasti / श्रावस्ती
Description
गौतम बुद्ध ने भिक्षुणी संघ की स्थापना वैशाली में की थी। इसके बाद, स्त्रियाँ भी बौद्ध संघ में शामिल हो सकीं और धर्म का पालन कर सकीं। इस प्रकार, उत्तर (b) सही है।
On whose request Gautam Buddha permitted the entry of women in Buddhist sangha?/ बुद्ध ने किसकी इच्छा को ध्यान में रखकर स्त्रियों को संघ में प्रवेश की अनुमति दी थी ?
Description
A Prajapati Gautami/ प्रजापति गौतमी
B Maya/ माया
C Amrapali/ आम्रपाली
D Yashodhara / यशोधरा
Description
गौतम बुद्ध ने प्रजापति गौतमी की इच्छा को ध्यान में रखकर स्त्रियों को संघ में प्रवेश की अनुमति दी थी। प्रजापति गौतमी बुद्ध की माताजी की बहन और उनकी पालक माता थीं। उन्होंने और अन्य स्त्रियों के साथ मिलकर बुद्ध से संघ में प्रवेश की अनुमति मांगी थी, जिसे बुद्ध ने स्वीकार किया। इस प्रकार, उत्तर (a) सही है।
Who was the first women to enter in Buddist sangha?/ बौद्ध संघ में प्रवेश पाने वाली पहली स्त्री कौन थी?
Description
A Amrapali/ आम्रपाली
B Yashodhara / यशोधरा
C Gautami Prajapati / गौतमी प्रजापति
D Maya devi / माया देवी
Description
बौद्ध संघ में प्रवेश पाने वाली पहली स्त्री गौतमी प्रजापति थीं। वे बुद्ध की माताजी की बहन और उनकी पालक माता थीं। उन्होंने और अन्य स्त्रियों के साथ मिलकर बुद्ध से संघ में प्रवेश की अनुमति मांगी थी, जिसे बुद्ध ने स्वीकार किया।
Who among the followings was willing to be the head of Buddhist community during Buddha's life time? /निम्नलिखित में से कौन बुद्ध के जीवनकाल में ही संघ प्रमुख होना चाहता था ?
Description
A Devdutta / देवदत्त
B Mahakassap / महाकस्सप
C Upali/उपालि
D Anand / आनन्द
Description
बुद्ध के जीवनकाल में देवदत्त ही संघ प्रमुख होना चाहता था। देवदत्त बुद्ध का चचेरा भाई था और उन्होंने कई बार बुद्ध से संघ की कमान संभालने का प्रयास किया। हालांकि, उनके प्रयास सफल नहीं हुए और उन्होंने अंततः संघ से विभाजन कर दिया। इस प्रकार, उत्तर (a) सही है।
With reference to the religious history of India. consider the following statements:/भारत के धार्मिक इतिहास के संदर्भ में निम्नलिखित1. The concept of Bodhisattva is central to Hinayana sect of Buddhism / बोधिसत्व, बौद्धमत के हीनवान सम्प्रदाय की केंद्रीय संकल्पना है।2. Bodhisattva is a compassionate one on his way to enlightenment./बोधिसत्व अपने प्रबोध के मार्ग पर बढ़ता हुआ करुणामय है।3. Bodhisattva delays achieving his own salvation to help all sentient beings on their path to it. / बोधिसत्व समस्त सचेतन प्राणियों को उनके प्रबोध के मार्ग पर चलने में सहायता करने के लिए स्वयं की निर्वाण प्राप्ति विलम्बित करताWhich of the statements given above is/are correct? / उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Description
A 1 only / केवल 1
B 2 and 3 only / केवल 2 और 3
C 2 only / केवल 2
D 1, 2 and 3/1, 2 और 3
Description
बोधिसत्व की संकल्पना महायान बौद्धमत के केंद्रीय तत्वों में से एक है, न कि हीनयान। बोधिसत्व वास्तव में एक करुणामय व्यक्ति होता है जो अपने प्रबोध की ओर बढ़ रहा होता है (कथन 2)। वे अपनी खुद की मोक्ष प्राप्ति को विलम्बित करते हैं ताकि वे सभी सचेतन प्राणियों की सहायता कर सकें जो अपने प्रबोध की ओर बढ़ रहे हों (कथन 3)। इस प्रकार, उत्तर (b) सही है।
Which one of the following explains best, the concept of Nirvan in Buddhism?/ निम्नलिखित में से कौन-सा एक बौद्ध मत में निर्वाण की अवधारणा की सर्वश्रेष्ठ व्याख्या करता है?
Description
A Extinguishing the Craving fire तृष्णारूपी अग्नि का शमन
B Complete non-existence of self स्वयं की पूर्णतः अस्तित्वहीनता
C State of ecstasy and rest परमानन्द एवं विश्राम की स्थिति
D Precarious mental state धारणातीत मानसिक अवस्था
Description
बौद्धमत में निर्वाण की सर्वश्रेष्ठ व्याख्या “तृष्णारूपी अग्नि का शमन” है। निर्वाण को एक अवस्था के रूप में देखा जाता है जहां सभी तृष्णाओं और इच्छाओं का अंत हो जाता है। यह एक शांति और स्वतंत्रता की स्थिति है जहां दुःख के कारणों का नाश होता है। इस प्रकार, उत्तर (a) सही है।
In the Mahayana Buddhism, the Bodhisattva Avalokitesvara was also known as:/ महायान बौद्ध धर्म में बोधिसत्व अवलोकितेश्वर को और किस अन्य नाम से जानते हैं?
Description
A Vajrapani/ वज्रपाणि
B Manjusri/मंजुश्री\
C Padmapani / पद्मपाणि
D \ Maitreya / मैत्रेय
Description
महायान बौद्ध धर्म में, बोधिसत्व अवलोकितेश्वर को “पद्मपाणि” के नाम से भी जाना जाता है। “पद्मपाणि” का अर्थ होता है “कमल का धारक”।
Causes behind expansion of Buddhism includes:/ बौद्ध धर्म के विस्तार के कारणों में सम्मिलित थे-1..Simplicity of the religion / धर्म की सादगी 2. Special appeal for the depressed class दलितों के लिये विशेष अपील3 .Missionary spirit of religion / धर्म की मिशनरी भावना4. Use of local language / स्थानीय भाषा का प्रयोग5. Strengthening of Vedic spirit by philosopher/ दार्शनिकों द्वारा वैदिक भावना की सुदृढ़ताChoose the correct answer using the codes given\ below-/ नीचे दिये कूट में से सही उत्तर का चयन कीजिए:Code / कूट :
Description
A 1, 2 & 3/1, 2 और 3
B 2, 3 & 4/2, 3 और 4
C 1, 2, 3 & 4/1, 2, 3 और 4
D 2, 3, 4&5/2, 3, 4 और 5
Description
बौद्ध धर्म के विस्तार के पीछे कई कारण थे, जिनमें से चार मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:धर्म की सादगी: बौद्ध धर्म की सादगी और स्पष्टता ने लोगों को आकर्षित किया।दलितों के लिए विशेष अपील: बौद्ध धर्म ने समाज के वंचित वर्गों के प्रति समानता का संदेश दिया, जिसने उन्हें आकर्षित किया।धर्म की मिशनरी भावना: बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों की मिशनरी भावना ने धर्म के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।स्थानीय भाषा का प्रयोग: बौद्ध धर्म में संस्कृत के बजाय स्थानीय भाषाओं का प्रयोग किया गया, जिससे धर्म की बाधाओं को दूर किया गया और इसे आम जनता के लिए अधिक सुलभ बनाया गया।
Who propounded Ephemeralism/ 'क्षणिकवाद' का प्रतिपादन किसने किया?
Description
A Buddhist / बौद्ध
B Charvak / चार्वाक
C Jains/जैन
D Nyaya / न्याय
Description
‘क्षणिकवाद’ का प्रतिपादन बौद्ध धर्म ने किया। इस दर्शन के अनुसार, सभी धार्मिक और सांसारिक वस्तुएं क्षणिक (अस्थायी) होती हैं। यह मानता है कि सभी वस्तुएं एक क्षण में उत्पन्न होती हैं और अगले क्षण में नष्ट हो जाती हैं। इस प्रकार, उत्तर (a) सही है।
Which of the following is true about Gautan Buddha ? /गौतम बुद्ध के बारे में निम्न में से क्या सत्य1. He believed in karma / वे कर्म में विश्वास करते थे2. He believed the transfer of soul in the body / आत्मा का शरीर में परिवर्तन मानते थे3. He believed in getting Nirvan/ निर्वाण प्राप्ति विश्वास करते थे4. He believed in authority of God / ईश्वर की सत्ता विश्वास करते थेChoose your answer from the codes given below:निम्न कूटों में से सही उत्तर चुनिये-
Description
A Only 1, 2 & 3 are correct / केवल 1.2.3 सही है
B 1 & 2 are correct / 1, 2 सही है
C Only 1 is correc/ केवल । सही है
D All the four are correct/सभी चारों सही हैं
Description
गौतम बुद्ध के बारे में निम्नलिखित कथनों में से 1, 2 और 3 ही सही हैं:वे कर्म में विश्वास करते थे: बुद्ध ने कर्म के सिद्धांत को स्वीकार किया था, जिसके अनुसार हमारे कर्म हमारे भविष्य का निर्धारण करते हैं।आत्मा का शरीर में परिवर्तन मानते थे: यह कथन गलत है। बुद्ध ने आत्मा के स्थायी अस्तित्व को नकारा था। उन्होंने अनात्मन् (अनात्मवाद) का सिद्धांत प्रस्तुत किया था, जिसके अनुसार कोई भी वस्तु या व्यक्ति स्थायी नहीं होता।निर्वाण प्राप्ति विश्वास करते थे: बुद्ध ने निर्वाण को दुःख से मुक्ति की स्थिति के रूप में परिभाषित किया था। यह एक ऐसी स्थिति है जहां सभी दुःखों और उनके कारणों का नाश होता है।ईश्वर की सत्ता विश्वास करते थे: बुद्ध ने ईश्वर के अस्तित्व का निराकरण नहीं किया, लेकिन उन्होंने ईश्वर के अस्तित्व को दुःख से मुक्ति प्राप्त करने के लिए आवश्यक नहीं माना।इस प्रकार, उत्तर (a) सही है।
What is 'Kalyan Mitra in Buddhist philosophy ?/ बौद्ध दर्शन में कल्याण मित्र क्या है?
Description
A Management / प्रबन्धन
B Dharma Chakra / धर्मचक्र
C Ashtangika Marg/अष्टांगिक मार्ग
D Triratna / त्रिरत्न
Description
‘कल्याण मित्र’ बौद्ध दर्शन में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है। इसे “अद्भुत मित्रता” या “साधु मित्र” के रूप में भी जाना जाता है, जो बौद्ध समुदाय जीवन के दोनों भिक्षु और गृहस्थ संबंधों पर लागू होता है. ऐसे संबंध में शामिल व्यक्ति को “अच्छा मित्र”, “सदाचारी मित्र”, “उत्कृष्ट मित्र” या “प्रशंसनीय मित्र” (कल्याण-मित्र, -मित्र) के रूप में जाना जाता है.
Ashtangika Marg was propounded by-/ अष्टांगिक मार्ग का प्रतिपादन किया-
Description
A Buddha / बुद्ध
B Mahavr/महावीर
C Shankaracharya/ शंकराचार्य
D Guru Nanak / गुरू नानक
Description
अष्टांगिक मार्ग का प्रतिपादन गौतम बुद्ध ने किया था। यह मार्ग बुद्ध द्वारा दुःख से मुक्ति प्राप्त करने के लिए बताया गया था। इस मार्ग में आठ अंग (या पथ) हैं: सम्यक दृष्टि, सम्यक संकल्प, सम्यक वाणी, सम्यक कर्मांत, सम्यक आजीविका, सम्यक व्यायाम, सम्यक स्मृति, और सम्यक समाधि। इस प्रकार, उत्तर (a) सही है।
The concept of Ashtangika marg is the part of:/ अष्टांगिक मार्ग की संकल्पना अंग है-
Description
A Subject matter of Deep vansha / दीपवंश की विषय वस्तु का
B Subject matter of Divyawadan / दिव्यावदान की विषय वस्तु का
C Subject matter of Mahaparinirvan/महापरिनिर्वाण की विषय वस्तु का
D Subject matter of Dhrma Chakra Pravartan Sutta / धर्मचक्र प्रवर्तन सुत की विषय वस्तु का
Description
अष्टांगिक मार्ग की संकल्पना धर्मचक्र प्रवर्तन सुत्त का हिस्सा है। यह सुत्त बुद्ध द्वारा उनके पहले उपदेश का वर्णन करता है, जिसमें उन्होंने चार आर्य सत्यों और अष्टांगिक मार्ग की घोषणा की थी। इस मार्ग में आठ अंग (या पथ) हैं: सम्यक दृष्टि, सम्यक संकल्प, सम्यक वाणी, सम्यक कर्मांत, सम्यक आजीविका, सम्यक व्यायाम, सम्यक स्मृति, और सम्यक समाधि। इस प्रकार, उत्तर (d) सही है।
Which of the following thought is not associated\ to Buddhism? / निम्नलिखित में से कौन सा विचार बौद्ध धर्म से संबंधित नहीं है?
Description
A Sheel / शील
B Pragya / प्रज्ञा
C Ptra / पित्र
D Meditation (dhyan) / ध्यान (समाधि)
Description
‘पित्र’ विचार बौद्ध धर्म से संबंधित नहीं है। बौद्ध धर्म में ‘शील’ (नैतिक आचरण), ‘प्रज्ञा’ (बोध या समझ), और ‘ध्यान’ (समाधि या मेडिटेशन) जैसी अवधारणाएं महत्वपूर्ण होती हैं। ये तीनों अष्टांगिक मार्ग के महत्वपूर्ण अंग होते हैं, जो बुद्ध द्वारा दुःख से मुक्ति प्राप्त करने के लिए बताया गया था।
“Sangha'is holy place for the followings-/ 'संघ' निम्न का पवित्र स्थान है :
Description
A Jaiin/जैन
B Bauddha / बौद्ध
C Hindu/ हिन्दू
D Parsi / पारसी
Description
‘संघ’ शब्द का उपयोग बौद्ध धर्म में किया जाता है, जहां इसका अर्थ होता है समुदाय या संगठन। यह बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों के समुदाय को संदर्भित करता है, जो बुद्ध के उपदेशों का पालन करते हैं। इस प्रकार, उत्तर (b) सही है।
The highest goal of Buddhism is/ बौद्ध धर्म में सर्वोच्च लक्ष्य है-
Description
A Nirvan / निर्वाण
B Middle Path / मध्यम मार्ग
C Vinaya / विनय
D Atmavad / आत्मवाद
Description
बौद्ध धर्म में सर्वोच्च लक्ष्य ‘निर्वाण’ है। निर्वाण को दुःख से मुक्ति प्राप्त करने की स्थिति के रूप में परिभाषित किया जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जहां सभी दुःखों और उनके कारणों का नाश होता है। इस प्रकार, उत्तर (a) सही है।
Which of the following statement is / are true about Buddhism?/बौद्ध धर्म के विषय में कौन-से कथन सही हैं?1.It did not denied the class and caste / उसने वर्ण एवं जाति को अस्वीकार नहीं किया2. It challenged the supremacy of Brahmins/उसनेब्रा ह्मण वर्ग की सर्वोच्च सामाजिक कोटि को चुनौती दी\ 3. It assumed some craft as inferior / उसने कुछ शिल्पों को निम्न मानाCodes/कूट :
Description
A 1 & 2 / 1 तथा 2
B 2 & 3/2 तथा 3
C 1, 2 & 3/1, 2 तथा 3
D None of the above / उपरोक्त में कोई नहीं
Description
बौद्ध धर्म के विषय में निम्नलिखित कथनों में से 1, 2 और 3 सही हैं:उसने वर्ण एवं जाति को अस्वीकार नहीं किया: बौद्ध धर्म ने वर्ण और जाति के विभाजन को नकारा था। बुद्ध ने सभी लोगों को बराबर माना और उन्हें उनके कर्मों के आधार पर मूल्यांकन करने का सुझाव दिया, न कि उनकी जाति या वर्ण के आधार पर।उसनेब्राह्मण वर्ग की सर्वोच्च सामाजिक कोटि को चुनौती दी: बुद्ध ने ब्राह्मणों की सर्वोच्चता को चुनौती दी थी। उन्होंने यह दावा किया कि धार्मिक योग्यता और ज्ञान केवल ब्राह्मणों की अधिकार नहीं हैं, बल्कि किसी भी व्यक्ति के पास हो सकते हैं।उसने कुछ शिल्पों को निम्न माना: बौद्ध धर्म में, कुछ व्यवसायों और शिल्पों को अधोगति के रूप में माना गया था, जैसे कि मांसाहारी, शराब बनाने वाला, और अन्य लोभी व्यवसाय
What is the main content of ancient Indian. literature 'Ashtasahastrika Pragyaparamita'?/ प्राचीन भारत के अष्टसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता साहित्य की मुख्य विषय वस्तु क्या है?Bodhisstva /
Description
A Monogamous nature of soul/ आत्मा की अद्वैत प्रकृति
B Spiritual theory propounded by बोधिसत्त्वों द्वारा विकसित आध्यात्मिक सिद्धान्त
C Jain theory of austerity/जैन तप के सिद्धान्त
D Rendering of yoga postures / योग मुद्राओं का प्रतिपादन
Description
अष्टसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता’ एक प्रमुख महायान बौद्ध ग्रंथ है, जिसमें प्रज्ञा की पारमिता (पराकाष्ठा) का वर्णन किया गया है. इस ग्रंथ में बोधिसत्त्वों द्वारा विकसित आध्यात्मिक सिद्धान्तों का विस्तृत वर्णन किया गया है. इसमें बोधिसत्त्वों के पथ और अभ्यासों का वर्णन किया गया है, जिससे वे घटनाओं की समझ को एकीकृत कर सकते हैं और अंततः उसे साकार कर सकते हैं. इस प्रकार, उत्तर (b) सही है।
Which of the following is a commenton\ Dighanikai/ निम्नलिखित में से कौन दीघ निकाय पर एक टीका है?
Description
A Deepvansha / दीपवंश
B Lalitvistar/ललितविस्तर
C Neti Prakaran / नेति प्रकरण
D Sumangal Vilasiin/ सुमंगल विलासिनी
Description
‘सुमंगल विलासिनी’ दीघ निकाय पर एक टीका है। इसे बुद्धघोष ने लिखा था, जो पांचवीं शताब्दी के एक प्रमुख बौद्ध विद्वान थे. दीघ निकाय बौद्ध सूत्र पिटक का पहला भाग है, जिसमें बुद्ध के लंबे उपदेश संग्रहित हैं इस प्रकार, उत्तर (d) सही है।
Buddha teachings are found in/ बुद्ध की शिक्षाएं मिलती हैं-
Description
A Tripitaka /त्रिपिटक में
B Dvyavadan / दिव्यावदान में
C Mahavadan / महावदान में
D Ashoka inscriptions / अशोक के अभिलेखों में
Description
बुद्ध की शिक्षाएं ‘त्रिपिटक’ में मिलती हैं। त्रिपिटक बौद्ध धर्म के तीन मुख्य ग्रंथों का संग्रह है: विनय पिटक, सूत्र पिटक, और अभिधर्म पिटक। ये ग्रंथ बुद्ध के उपदेशों को संग्रहीत करते हैं और बौद्ध धर्म के मूल्यों, सिद्धांतों, और अभ्यासों का विस्तृत विवेचन प्रदान करते हैं। इस प्रकार, उत्तर (a) सही है।
Tripitak is related to which of the following ?/ 'त्रिपिटक' निम्नलिखित में से किससे सम्बन्धित है?
Description
A Jain / जैनियों से
B Buddhist / बौद्धों से
C Sikh / सिखों से
D Hindu/ हिन्दुओं से
Description
‘त्रिपिटक’ बौद्ध धर्म से सम्बन्धित है। यह बौद्ध धर्म के तीन मुख्य ग्रंथों का संग्रह है: विनय पिटक, सूत्र पिटक, और अभिधर्म पिटक। ये ग्रंथ बुद्ध के उपदेशों को संग्रहीत करते हैं और बौद्ध धर्म के मूल्यों, सिद्धांतों, और अभ्यासों का विस्तृत विवेचन प्रदान करते हैं। इस प्रकार, उत्तर (b) सही है।
What is Tripitak?/ 'त्रिपिटक' क्या है?
Description
A Three monkey of Gandhi Ji /गांधीजी के तीन बन्दर
B Brahma, Vishnu, Mahesh / ब्रह्मा, विष्णु, महेश
C Three jewels of Mahavir / महावीर के तीन नगीने
D Colletion of Buddha's sermons / बुद्ध के उपदेशोंका संग्रह
Description
‘त्रिपिटक’ बौद्ध धर्म के तीन मुख्य ग्रंथों का संग्रह है: विनय पिटक, सूत्र पिटक, और अभिधर्म पिटक। ये ग्रंथ बुद्ध के उपदेशों को संग्रहीत करते हैं और बौद्ध धर्म के मूल्यों, सिद्धांतों, और अभ्यासों का विस्तृत विवेचन प्रदान करते हैं। इस प्रकार, उत्तर (d) सही है।
How many Ptakas are in Buddhist literature ?/ भौद्ध साहित्य में कितने पिटक हैं?
Description
A 1
B 2
C 3
D 4
Description
भौद्ध साहित्य में तीन पिटक होते हैं। ये हैं:सूत्र पिटक (Sutta Pitaka): इसमें बुद्ध और उनके निकटतम सहयोगियों से संबंधित 10 हजार से अधिक सूत्र शामिल हैं।विनय पिटक (Vinaya Pitaka): यह भिक्षुओं और भिक्षुणियों के लिए आचार संहिता की पुस्तक है।अभिधम्म पिटक (Abhidhamma Pitaka): इसमें बौद्ध धर्म और दर्शनशास्त्र का वर्णन होता है।ये तीनों पिटक मिलकर बौद्ध साहित्य का मुख्य भाग बनाते हैं।