भारत में यूरोपीय कम्पनियों का आगमन एवं ब्रिटिश सत्ता का विस्तार Top 25 Question Quiz in Hindi
Instructions : We Comes with भारत में यूरोपीय कम्पनियों का आगमन एवं ब्रिटिश सत्ता का विस्तार Top 25 Question Quiz in Hindi for All Competitive Exams.
भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की सफलता का राज था-
Description
A भारतीय सैनिकों में राष्ट्रीय भावना का अभाव था, जिसके फलस्वरूप कोई जो उन्हें अच्छा वेतन दे, अपनी सेवा में लगा सकता था ।
B भारत में राष्ट्रीय भावना की कमी।
C कंपनी की सेना को पश्चिमी प्रशिक्षण मिला था तथा उनके पास आधुनिक हथियार थे
D उपर्युक्त सभी
Description
ईस्ट इंडिया कंपनी की सफलता के पीछे कई कारण थे:भारतीय सैनिकों में राष्ट्रीय भावना का अभाव: ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारतीय सैनिकों को अच्छा वेतन देकर अपनी सेवा में लगाया.भारत में राष्ट्रीय भावना की कमी: यह एक और महत्वपूर्ण कारण था, जिसने कंपनी को भारत में अपना प्रभुत्व स्थापित करने में मदद की.पश्चिमी प्रशिक्षण और आधुनिक हथियार: कंपनी की सेना को पश्चिमी प्रशिक्षण मिला था और उनके पास आधुनिक हथियार भी थे.
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंबई किससे लिया था?
Description
A डेनिशों से
B डचों से
C फ्रांसीसियों से
D पुर्तगालियों से
Description
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंबई को पुर्तगालियों से प्राप्त किया था. यह घटना तब हुई जब इंग्लैंड के सम्राट चार्ल्स द्वितीय का विवाह पुर्तगाल की राजकुमारी कैथरीन से हुआ था. इस विवाह के अवसर पर, पुर्तगालियों ने बंबई को उपहार के रूप में चार्ल्स द्वितीय को दिया था.
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंबई किससे लिया था?
Description
A डेनिशों से
B डचों से
C फ्रांसीसियों से
D पुर्तगालियों से
Description
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंबई को पुर्तगालियों से प्राप्त किया था. यह घटना तब हुई जब इंग्लैंड के सम्राट चार्ल्स द्वितीय का विवाह पुर्तगाल की राजकुमारी कैथरीन से हुआ था. इस विवाह के अवसर पर, पुर्तगालियों ने बंबई को उपहार के रूप में चार्ल्स द्वितीय को दिया था.
सूची-I एवं सूची-II को सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
सूची-I (समुद्री यात्री) सूची-II (देश)
A. वास्कोडिगामा 1. स्पेन
B. क्रिस्टोफर कोलम्बस 2. पुर्तगाल
C. कैप्टन कुक 3. हालैंड
D. तस्मान 4. ग्रेट ब्रिटेन
कूट- A B C D
Description
A 1 4 3 2
B 3 2 1 4
C 2 1 4 3
D 4 3 2 1
Description
यहां सूची-I और सूची-II के बीच सही मेल दिया गया है: A. वास्कोडिगामा - 2. पुर्तगाल: वास्को द गामा, जिन्हें वास्कोडिगामा के नाम से भी जाना जाता है, पुर्तगाल के निवासी थे. उन्होंने 1497-1498 में पहली बार यूरोप से भारत तक का सीधा समुद्री मार्ग खोजा. B. क्रिस्टोफर कोलम्बस - 1. स्पेन: क्रिस्टोफर कोलम्बस, जिन्हें क्रिस्टोफर कोलम्बस के नाम से भी जाना जाता है, स्पेन के नाविक थे. उन्होंने 1492 में अमेरिका की खोज की. C. कैप्टन कुक - 4. ग्रेट ब्रिटेन: कैप्टन जेम्स कुक , ब्रिटेन के नाविक थे. उन्होंने 1769 में न्यूजीलैंड की खोज की. D. तस्मान - 3. हालैंड: अबेल तस्मान, जिन्हें तस्मान के नाम से भी जाना जाता है, हालैंड (नीदरलैंड) के नाविक थे. उन्होंने 1642 में तस्मानिया और न्यूजीलैंड की खोज की.
सूची - I एवं सूची-II को सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
सूची-I सूची-II
A. प्रथम कर्नाटक युद्ध 1. पेरिस की संधि से अंत
B. तृतीय कर्नाटक युद्ध 2. ब्रिटिश की हार
C. द्वितीय कर्नाटक युद्ध 3. अनिर्णायक युद्ध
D. प्रथम मैसूर युद्ध 4. एक्स ला चैपल की संधि से अंत
कूट- A B C D
Description
A 4 1 3 2
B 1 3 4 2
C 2 4 3 1
D 3 1 4 2
Description
यहां दिए गए युद्धों और उनके समापन की विस्तृत जानकारी निम्नलिखित है: प्रथम कर्नाटक युद्ध (A): प्रथम कर्नाटक युद्ध 1748 ई० में समाप्त हुआ। इस युद्ध का समापन एक्स ला चैपल की संधि से हुआ.तृतीय कर्नाटक युद्ध (B): तृतीय कर्नाटक युद्ध भारतीय उपमहाद्वीप में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और फ्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच लड़े गए कर्नाटक युद्धों की श्रृंखला का चरम संघर्ष था। यह युद्ध एक्स-ला-चैपल संधि के तहत समाप्त हुआ. द्वितीय कर्नाटक युद्ध (c): द्वितीय कर्नाटक युद्ध 1754 में पांडिचेरी की संधि के साथ समाप्त हुआ और अंग्रेजों ने कर्नाटक क्षेत्र पर प्रभुत्व प्राप्त कर लिया. प्रथम मैसूर युद्ध (D): प्रथम मैसूर युद्ध का समापन मद्रास की संधि के तहत हुआ.
निम्नलिखित में से प्रथम कर्नाटक युद्ध का कौनसा तात्कालिक कारण था?
Description
A कर्नाटक की राजगद्दी का मसला
B अंग्रेज और फ्रांसीसियों के बीच प्रतिद्वंद्विता
C ऑस्ट्रिया की राजगद्दी की जंग
D अंग्रेजों द्वारा फ्रांसीसी जहाजों का अधिग्रहण
Description
प्रथम कर्नाटक युद्ध (1746-1748 ई.) का एक प्रमुख तात्कालिक कारण अंग्रेजों द्वारा फ्रांसीसी जहाजों का अधिग्रहण था. यह युद्ध यूरोप में ऑस्ट्रिया के उत्तराधिकार के युद्ध के परिणामस्वरूप भारत में शुरू हुआ था. इस युद्ध में अंग्रेज और फ्रांसीसी दोनों ने अपने-अपने दावेदारों का समर्थन किया. अंग्रेजों ने फ्रांसीसी जहाजों का अधिग्रहण किया, जिससे फ्रांसीसी और अंग्रेजों के बीच संघर्ष और अधिक तीव्र हो गया.
वांडीवाश के युद्ध ( 1760 ) में-
Description
A ब्रिटिश ने फ्रेंच को हराया
B फ्रेंच ने ब्रिटिश को हराया
C ब्रिटिश ने डच को हराया
D डच ने ब्रिटिश को हराया
Description
वांडीवाश का युद्ध 22 जनवरी 1760 को वांडीवाशी, तमिलनाडु में हुआ था. यह युद्ध ब्रिटिश और फ्रांसीसी सेनाओं के बीच हुआ था. ब्रिटिश सेना का नेतृत्व सर आयरे कोटे ने किया था और फ्रांसीसी सेना की कमान काम्टे डी लैली ने संभाली थी. इस युद्ध में फ्रांसीसी सेना की हार हुई और उन्हें पांडिचेरी अंग्रेजों को सौंपना पड़ा. इस युद्ध का परिणाम ने भारत में फ्रांसीसी सेना की राजनीतिक शक्ति को खत्म कर दिया और अंग्रेजों का एक नया उदय हुआ.
भारत में यूरोपीय शक्तियों के प्रवेश के संदर्भ में निम्न में से कौनसा कथन सही नहीं है?
Description
A पूर्वी भारत में अंग्रेजी कंपनी ने 1633 में उड़ीसा में पहला कारखाना लगाया।
B पुर्तगालियों ने 1499 में गोवा पर कब्जा किया था।
C अंग्रेजों ने अपना पहला कारखाना दक्षिण भारत में मुसलीपट्टनम् में लगाया।
D डूप्ले के नेतृत्व में फ्रांसीसियों ने 1746 में मद्रास पर कब्जा किया था।
Description
पूर्वी भारत में अंग्रेजी कंपनी ने 1633 में उड़ीसा में पहला कारखाना लगाया. पुर्तगालियों ने 1499 में गोवा पर कब्जा किया था. यह कथन गलत है क्योंकि पुर्तगालियों ने 1510 में गोवा पर कब्जा किया था.अंग्रेजों ने अपना पहला कारखाना दक्षिण भारत में मुसलीपट्टनम् में लगाया. यह कथन गलत है क्योंकि अंग्रेजों ने अपना पहला कारखाना सूरत में खोला था.डूप्ले के नेतृत्व में फ्रांसीसियों ने 1746 में मद्रास पर कब्जा किया था. पुर्तगालियों ने 1499 में गोवा पर कब्जा नहीं किया था, बल्कि उन्होंने 1510 में गोवा पर कब्जा किया था.
बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला तथा ब्रिटिश कंपनी के बीच विवाद के कारण थे-
1. अंग्रेजों द्वारा कलकत्ते की किलेबंदी
2. अंग्रेजों द्वारा दस्तक का दुरुपयोग
3. भगोड़े कृष्णवल्लभ को कलकत्ता में अंग्रेजों द्वारा शरण देना
इन कथनों में से कौनसा/से कथन सही है/हैं?
Description
A 1 और 2
B केवल 1
C केवल 2
D 1, 2 और 3
Description
बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और ब्रिटिश कंपनी के बीच विवाद के मुख्य कारण निम्नलिखित थे:अंग्रेजों द्वारा कलकत्ते की किलेबंदी: अंग्रेजों ने नवाब की अनुमति के बिना कलकत्ता में किलेबंदी की, जिसे नवाब ने अपनी संप्रभुता के विरुद्ध समझा.अंग्रेजों द्वारा दस्तक का दुरुपयोग: कंपनी के अधिकारियों ने बंगाल में दिए गए व्यापार विशेषाधिकारों का दुरुपयोग किया, जिसने नवाब के खजाने को खासा प्रभावित किया.भगोड़े कृष्णवल्लभ को कलकत्ता में अंग्रेजों द्वारा शरण देना: यह विवाद का एक और महत्वपूर्ण पहलू था, जिसने अंग्रेजों और नवाब के बीच तनाव बढ़ाया. सभी कारणों ने बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और ब्रिटिश कंपनी के बीच विवाद में योगदान दिया.
सिराजुद्दौला लॉर्ड क्लाइव द्वारा परास्त हुआ था..... के युद्ध में-
Description
A मुंगेर
B प्लासी
C बक्सर
D वांडीवाश
Description
सिराजुद्दौला, बंगाल के नवाब, लॉर्ड क्लाइव द्वारा प्लासी के युद्ध में परास्त किया गया था. यह युद्ध 23 जून, 1757 को हुआ था. इस युद्ध में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने नवाब सिराजुद्दौला को हरा दिया. यह युद्ध भारत में ब्रिटिश शासन की शुरुआत का सूचक था.युद्ध के परिणामस्वरूप, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल, बिहार, और ओडिशा पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया. इसके बाद, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपनी प्रभुता को भारत के अन्य हिस्सों में विस्तारित किया.सिराजुद्दौला को लॉर्ड क्लाइव ने प्लासी के युद्ध में परास्त किया था.
प्लासी का युद्ध मैदान कहाँ स्थित है?
Description
A उड़ीसा
B बिहार
C आंध्र प्रदेश
D पश्चिम बंगाल
Description
प्लासी का युद्ध मैदान पश्चिम बंगाल में स्थित है. यह मुर्शिदाबाद से 22 किमी दूर, नदिया जिले में भागीरथी नदी के तट पर स्थित है. यहाँ 23 जून, 1757 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच एक महत्वपूर्ण युद्ध हुआ था. इस युद्ध के परिणामस्वरूप, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल, बिहार, और ओडिशा पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया.
बंगाल के नवाब मीर जाफर ने कठपुतली मुगल बादशाह शाह आलम II से क्लाइव को 'साबत जंग' (युद्धों में अनुभव प्राप्त) की उपाधि एवं कुछ क्षेत्रों की जमींदारी दिलाई। 'क्लाइव की जागीर' कहलाने वाले उस क्षेत्र की पहचान करें-
Description
A वर्दवान
B 24 परगना
C नदिया
D कोई नहीं
Description
बंगाल के नवाब मीर जाफर ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारी रॉबर्ट क्लाइव को ‘साबत जंग’ (युद्धों में अनुभव प्राप्त) की उपाधि दिलाई थी. इसके साथ ही, मीर जाफर ने क्लाइव को कुछ क्षेत्रों की जमींदारी भी दिलाई. यह क्षेत्र ‘क्लाइव की जागीर’ के नाम से जाना जाता है.‘क्लाइव की जागीर’ के रूप में जाने जाने वाले क्षेत्र की पहचान 24 परगना है. 24 परगना पश्चिम बंगाल राज्य का एक हिस्सा है.
निम्नलिखित में से किसे 'स्वर्ग से उत्पन्न सेनानायक' कहा गया?
Description
A फ्रांसिस डूप्ले
B अल्बुकर्क
C रॉबर्ट क्लाइव
D लॉर्ड कार्नवालिस
Description
‘स्वर्ग से उत्पन्न सेनानायक’ कहा गया है रॉबर्ट क्लाइव को. रॉबर्ट क्लाइव ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के एक महत्वपूर्ण अधिकारी थे और उन्होंने भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने 1757 में प्लासी के युद्ध में बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को परास्त किया, जिसने ब्रिटिश कंपनी को भारत में अपनी प्रभुता स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया. उनकी युद्ध कौशल और नेतृत्व क्षमताओं के कारण उन्हें ‘स्वर्ग से उत्पन्न सेनानायक’ कहा गया.
बंगाल के किस नवाब ने दो वर्षों के लिए सभी व्यापारियों के लिए समस्त व्यापारिक करों एवं चुंगियों को खत्म कर एक बड़ा असाधारण कदम उठाया था?
Description
A मीर कासिम
B अलीवर्दी खाँ
C सिराजुद्दौला
D कोई नहीं
Description
बंगाल के नवाब मीर कासिम ने दो वर्षों के लिए सभी व्यापारियों के लिए समस्त व्यापारिक करों एवं चुंगियों को खत्म करने का एक असाधारण कदम उठाया था. मीर कासिम ने यह कदम उठाया था क्योंकि उन्हें लगा था कि ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी व्यापारिक करों और चुंगियों का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने यह सोचा था कि यदि वे सभी करों और चुंगियों को समाप्त कर दें, तो यह उनके प्रांत की आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करेगा.
बंगाल के नवाब मीर कासिम ने मुर्शिदाबाद के स्थान पर मुंगेर को राजधानी बनाया क्योंकि-
Description
A मुंगेर के रमणीक वातावरण से वह बहुत प्रभावित था
B वह मुर्शिदाबाद के षड्यंत्रमय वातावरण तथा कलकत्ता से दूर रहना चाहता था ताकि अंग्रेजों का हस्तक्षेप न हो
C बंगाल के गवर्नर वेन्सिटार्ट ने उसे ऐसा करने के लिए दबाव डाला था
D इनमें से कोई नहीं
Description
बंगाल के नवाब मीर कासिम ने मुर्शिदाबाद के स्थान पर मुंगेर को राजधानी बनाया था क्योंकि वह मुर्शिदाबाद के षड्यंत्रमय वातावरण और कलकत्ता से दूर रहना चाहता था, ताकि अंग्रेजों का हस्तक्षेप न हो.मीर कासिम ने अपनी राजधानी को मुर्शिदाबाद से मुंगेर में स्थानांतरित कर दिया था. उन्होंने अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए भूमि राजस्व के ढांचे में सुधार किया. उन्होंने अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए भूमि राजस्व के ढांचे में सुधार किया. उन्होंने अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए भूमि राजस्व के ढांचे में सुधार किया. मीर कासिम ने अपनी राजधानी को मुर्शिदाबाद से मुंगेर में स्थानांतरित करने का निर्णय इसलिए लिया था क्योंकि वह अंग्रेजों के हस्तक्षेप से बचना चाहता था. उन्होंने अपनी राजधानी को कलकत्ता से एक सुरक्षित दूरी पर रखना चाहते थे ताकि अंग्रेजी पक्ष की ओर से निगरानी और दखल कम हो सके.
बंगाल के किस नवाब ने ब्रिटिश कंपनी के गवर्नर को लिखा : 'आपके भद्र पुरुष इस प्रकार व्यवहार करते हैं। वे समस्त देश में गड़बड़ी फैलाते हैं। लोगों को लूटते हैं तथा मेरे अधिकारियों का अनादर करते हैं तथा उन्हें शारीरिक यातना देते हैं'?
Description
A मीर जाफर
B अलीवर्दी खाँ
C सिराजुद्दौला
D मीर कासिम
Description
बंगाल के नवाब मीर कासिम ने ब्रिटिश कंपनी के गवर्नर को लिखा था: 'आपके भद्र पुरुष इस प्रकार व्यवहार करते हैं। वे समस्त देश में गड़बड़ी फैलाते हैं। लोगों को लूटते हैं तथा मेरे अधिकारियों का अनादर करते हैं तथा उन्हें शारीरिक यातना देते हैं’. मीर कासिम ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारियों के व्यवहार के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाई थी. उन्होंने देखा कि ब्रिटिश अधिकारी उनके प्रांत में गड़बड़ी फैला रहे हैं, लोगों को लूट रहे हैं, और उनके अधिकारियों का अनादर कर रहे हैं. इसके अलावा, ब्रिटिश अधिकारी उनके अधिकारियों को शारीरिक यातना भी दे रहे थे.
ब्रिटिश जनरल जिसने हैदर अली को पोर्टोनोवा के युद्ध में हराया-
Description
A सर हेक्टर मुनरो
B कैप्टन पौपहेम
C सर आयरकूट
D जनरल गोड्डार्ड
Description
ब्रिटिश जनरल सर आयरकूट ने हैदर अली को पोर्टोनोवा के युद्ध में हराया था. सर आयरकूट ने अपनी सफल कूटनीति से महादजी सिंधिया और निज़ाम को अंग्रेज़ विरोधी गुट से अलग करने में सफलता प्राप्त की. गुट के बिखर जाने पर भी हैदर अली के उत्साह में कोई कमी नहीं आयी, वह डट कर अंग्रेज़ों का मुकाबला करता रहा. परन्तु 1781 ई. में सर आयरकूट द्वारा हैदर अली पोर्टोनोवो में पराजित कर दिया गया. युद्ध में मिली पराजय के कारण मिली मानसिक क्षति के कारण 7 दिसम्बर, 1782 को हैदर अली की मृत्यु हो गई.
टीपू सुल्तान अंग्रेजों के साथ युद्ध में कब मारे गए?
Description
A 1793
B 1857
C 1799
D 1769
Description
टीपू सुल्तान, जिन्हें आमतौर पर “मैसूर का शेर” कहा जाता है, अंग्रेजों के साथ युद्ध में 4 मई 1799 को मारे गए थे. वे दक्षिण भारत के मैसूर साम्राज्य के भारतीय मुस्लिम शासक थे. उन्होंने अपने शासन के दौरान कई प्रशासनिक नवाचारों की शुरुआत की, जिसमें एक नई सिक्का प्रणाली और कैलेंडर, और एक नई भूमि राजस्व प्रणाली शामिल थी. टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों के साथ कई युद्ध लड़े. उन्होंने अपनी सेनाओं द्वारा उपयोग की जाने वाली तोपों का विस्तार किया और अंग्रेजों के साथ युद्ध के दौरान उनकी प्रगति के खिलाफ रॉकेट तैनात किए. उनकी वीरता से प्रभावित होकर उनके पिता हैदर अली ने ही उन्हें शेर-ए-मैसूर के खिताब से नवाजा था. उन्होंने अंग्रेजों से मुकाबला करते हुए अपनी राजधानी श्रीरंगपट्टनम की रक्षा की.
तथाकथित कुशासन के आधार पर किस गवर्नर जनरल ने मैसूर राज्य के प्रशासन को अपने हाथों में ले लिया था?
Description
A लार्ड विलियम बैंटिक ने
B लार्ड वेलेजली ने
C लार्ड हेस्टिंग्स ने
D लार्ड हार्डिंग ने
Description
तथाकथित कुशासन के आधार पर, गवर्नर जनरल लार्ड विलियम बैंटिक ने मैसूर राज्य के प्रशासन को अपने हाथों में ले लिया था. लार्ड विलियम बैंटिक ने अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण सुधार किए थे, जिनमें से एक यह था कि उन्होंने मैसूर राज्य के प्रशासन को अपने नियंत्रण में लिया.
बक्सर के युद्ध के समय दिल्ली का शासक कौन था?
Description
A बहादुरशाह जफर
B औरंगजेब
C शाह आलम प्रथम
D शाहआलम द्वितीय
Description
बक्सर के युद्ध के समय दिल्ली का शासक मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय था. यह युद्ध 23 अक्टूबर, 1764 को हुआ था. इस युद्ध में एक पक्ष पर बंगाल का मीर कासिम, अवध का नवाब शुजाउद्दौला और मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय थे, जबकि दूसरे पक्ष पर हैक्टर मुनरो के नेतृत्व में अंग्रेजी सेना थी.शाह आलम द्वितीय ने अंग्रेजों के साथ संधि की और उनकी शरण में चले गए. इस युद्ध के परिणामस्वरूप, बंगाल, बिहार, और झारखंड का नियंत्रण अंग्रेजों के हाथ में चला गया.
बक्सर की लड़ाई के समय बंगाल का नवाब कौन था?
Description
A मीर कासिम
B सिराजुद्दौला
C मीर जाफर
D कोई नहीं
Description
बक्सर की लड़ाई के समय बंगाल का नवाब मीर कासिम था. यह युद्ध 22 अक्टूबर, 1764 को हुआ था. इस युद्ध में एक पक्ष पर बंगाल का नवाब मीर कासिम, अवध का नवाब शुजाउद्दौला और मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय थे, जबकि दूसरे पक्ष पर हेक्टर मुनरो के नेतृत्व में अंग्रेजी सेना थी.मीर कासिम ने अंग्रेजों के साथ संघर्ष किया, लेकिन उन्हें पराजित करने में विफल रहे. इस युद्ध के परिणामस्वरूप, बंगाल, बिहार, और ओडिशा का नियंत्रण अंग्रेजों के हाथ में चला गया.
इलाहाबाद की संधि के बाद रॉबर्ट क्लाइव ने मुर्शिदाबाद का उप दीवान किसे बनाया था?
Description
A राय दुर्लभ
B मुहम्मद रजा खान
C शिताब राय
D सैयद गुलाम हुसैन
Description
इलाहाबाद की संधि के बाद रॉबर्ट क्लाइव ने मुर्शिदाबाद का उप दीवान मुहम्मद रजा खान को बनाया था. इलाहाबाद की संधि 1765 में हुई थी, जिसके बाद बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी अधिकार अंग्रेजों को मिल गए. इसके बाद कंपनी ने बंगाल के लिए दो दीवानों-मोहम्मद रजा खान और बिहार के लिए राजा शिताब राय को नियुक्त किया.मुहम्मद रजा खान को बंगाल का उप दीवान बनाने का निर्णय लेने के पीछे का कारण यह था कि कंपनी को न तो कर राजस्व संग्रह की जिम्मेदारी लेने में दिलचस्पी थी और न ही वह ऐसा करने में सक्षम थी.
किसने फ्रांसीसी विशेषज्ञों की मदद से डिंडीगुल में एक आधुनिक शस्त्रागार स्थापित किया?
Description
A टीपू सुल्तान
B मीर जाफर
C हैदर अली
D कोई नहीं
Description
हैदर अली ने फ्रांसीसी विशेषज्ञों की मदद से डिंडीगुल में एक आधुनिक शस्त्रागार स्थापित किया था. हैदर अली ने अपनी सेना को आधुनिक बनाने के लिए फ्रांसीसी अधिकारियों की नियुक्ति की और उनकी सहायता से डिंडीगुल में एक आधुनिक शस्त्रागार की स्थापना की.हैदर अली ने अपनी सेना को आधुनिक बनाने के लिए फ्रांसीसी अधिकारियों की नियुक्ति की और उनकी सहायता से डिंडीगुल में एक आधुनिक शस्त्रागार की स्थापना की. इस शस्त्रागार में उन्होंने अपनी सेना के लिए आधुनिक शस्त्र निर्माण किए.
प्रथम आंग्ल-मैसूर युद्ध (1766-69 ) में कौन विजयी हुआ?
Description
A मराठा
B अंग्रेज
C हैदर अली
D हैदराबाद का निजाम
Description
प्रथम आंग्ल-मैसूर युद्ध (1766-69) में हैदर अली विजयी हुआ था. इस युद्ध में, अंग्रेज, निजाम और मराठों ने हैदर अली के खिलाफ एक साथ लड़ाई लड़ी थी. हैदर अली ने कूटनीतिक रूप से मराठों और हैदराबाद के निजाम को अपनी तरफ मिला लिया और इस युद्ध में अंग्रेजों को बुरी तरह हराया.युद्ध बिना किसी परिणाम के डेढ़ वर्ष तक जारी रहा. हैदर ने अपनी रणनीति परिवर्तित की और अचानक मद्रास पर आक्रमण कर दिया. इससे मद्रास में अव्यवस्था एवं दहशत फैल गई. इसकी वजह से अंग्रेज हैदर के साथ 4 अप्रैल, 1769 को मद्रास की संधि करने के लिये विवश हो गए. इस संधि से कैदियों एवं विजित क्षेत्रों का आदान-प्रदान हुआ. किसी अन्य राज्य द्वारा आक्रमण किये जाने की स्थिति में हैदर अली को अंग्रेज़ों ने सहायता प्रदान करने का वादा किया.
किसने घोषणा कर रखी थी कि 'वह अंग्रेजों को पहले तो अकार्ट से निकाल बाहर करेगा और अंततः भारत से '?
Description
A हैदर अली
B चंदा साहिब
C मुहम्मद अली
D कोई नहीं
Description
हैदर अली ने घोषणा कर रखी थी कि 'वह अंग्रेजों को पहले तो अकार्ट से निकाल बाहर करेगा और अंततः भारत से’. हैदर अली ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में अपनी वीरता और युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया. उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ अपनी सेना को संगठित किया और उन्हें भारत से बाहर करने के लिए एक योजना तैयार की. हैदर अली की यह घोषणा उनकी अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई की नीति का प्रतिक थी. उन्होंने अपनी सेना को अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध करने के लिए प्रेरित किया और अंग्रेजों को भारत से बाहर करने के लिए अपनी सेना को संगठित किया.