SSC Exams Quiz भारत के गवर्नर गवर्नर जनरल एवं वायसराय Top 25 Questions
Instructions : SSC Exams Quiz भारत के गवर्नर गवर्नर जनरल एवं वायसराय Top 25 Questions
रिंगफेंस की नीति के संबंध में किसने कहा कि 'यह नीति पृथ्वी को मंगल ग्रह के आक्रमण से बचाने के लिए चन्द्रमा की सुरक्षा की भांति है।'
Description
A लॉर्ड सेलिसबरी
B वॉरेन हेस्टिंग्स
C लॉर्ड वेलेजली
D लॉर्ड डलहौजी
Description
रिंगफेंस की नीति के संबंध में लॉर्ड सेलिसबरी ने कहा था कि 'यह नीति पृथ्वी को मंगल ग्रह के आक्रमण से बचाने के लिए चन्द्रमा की सुरक्षा की भांति है।' इस नीति का उपयोग अंग्रेजों ने आंग्ल-मराठा युद्धों के दौरान भी किया था। इस नीति का मुख्य उद्देश्य शासन के सम्पूर्ण ढाँचे में बदलाव करके उसे शक्तिशाली बनाना था. इस नीति के तहत, अंग्रेजों ने भारतीयों की समस्याओं को समझने का प्रयास किया और उनकी भावनाओं की परवाह किए बिना सुधार किया.
'सुरक्षा प्रकोष्ठ की नीति' संबंधित है-
Description
A हेनरी लॉरेंस से
B वारेन हेस्टिंग्स से
C लॉर्ड डलहौजी से
D लॉर्ड हेस्टिंग्स से
Description
‘सुरक्षा प्रकोष्ठ की नीति’ वारेन हेस्टिंग्स से संबंधित है.भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति-निर्माण में परंपरागत रूप में केंद्रीय रणनीतिक योजना की कमी रही है. भारत अतीत में कई बार साइबर हमलों का शिकार हो चुका है. वर्ष 2009 में ‘घोस्टनेट’ नामक एक संदिग्ध साइबर जासूसी नेटवर्क ने अन्य लोगों के साथ-साथ भारत में तिब्बत की निर्वासित सरकार और कई भारतीय दूतावासों को निशाना बनाया था.राष्ट्रीय सुरक्षा की सुनिश्चितता हेतु सरकारें कूटनीति के साथ-साथ राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य शक्ति आदि रणनीतियों पर अमल करती हैं. भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा की वर्तमान स्थिति पर यदि गौर करें तो केंद्र की अलग-अलग सरकारों ने इसके लिए तमाम इंतज़ाम किये हैं.
लार्ड कार्नवालिस की कब्र कहाँ स्थित है?
Description
A वाराणसी
B गाजीपुर
C बलिया
D गोरखपुर
Description
लार्ड कार्नवालिस की कब्र उत्तर प्रदेश के गाजीपुर शहर में स्थित है. यह मकबरा यूरोप और भारतीय संस्कृति का समन्वय है. इस मकबरे को देखने के लिए विदेशी पर्यटक भी आते हैं. इस मकबरे की अद्भुत कलाकृति के लिए यह मशहूर है.
'स्थायी बंदोबस्त' किसके शासनकाल में प्रारंभ किया गया था ?
Description
A सर जॉन शोर
B वारेन हेस्टिंग्स
C लार्ड कार्नवालिस
D लार्ड वेलेजली
Description
‘स्थायी बंदोबस्त’ व्यवस्था लार्ड कार्नवालिस के शासनकाल में प्रारंभ की गई थी। यह व्यवस्था 1793 में बंगाल, बिहार और उड़ीसा में लागू की गई थी। इस व्यवस्था के अंतर्गत, जमींदारों को भूमि का स्वामी माना गया था और उन्हें एक निश्चित राशि के रूप में भू-राजस्व देना होता था। इस व्यवस्था के तहत, जमींदार की मृत्यु के बाद, उसकी भूमि उसके उत्तराधिकारियों में बाँट दी जाती थी। इस व्यवस्था को भारत में पहली बार आधिकारिक सेवाओं को तीन स्पष्ट भागों में विभक्त करने का एक तरीका चुना गया था। इस व्यवस्था के अन्य दूरगामी परिणाम भी हुए और इन्ही के द्वारा भारत में पहली बार आधिकारिक सेवाओं को तीन स्पष्ट भागों में विभक्त किया गया और राजस्व, न्याय और वाणिज्यिक सेवाओं को अलग-अलग किया गया.
निम्नलिखित में से कौन एक सही सुमेलित है?
Description
A लार्ड वेलेजली - चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध
B लार्ड एल्नबरो - अवध का विलीनीकरण
C लार्ड डलहौजी - सिंध का विलीनीकरण
D सर जॉन शोर - तृतीय आंग्ल-मराठा युद्ध
Description
चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध के समय अंग्रेजी सेना को वेलेजली हैरिस और स्टुअर्ट ने अपना नेतृत्व प्रदान किया. यह युद्ध लार्ड वेलेजली के काल में हुआ था. चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध का मुख्य कारण टीपू सुल्तान द्वारा लार्ड वेलेजली का सहायक संधि को अस्वीकार करना था. इस युद्ध में अंग्रेजों ने जीत हासिल की थी. इस प्रकार, लार्ड वेलेजली का नाम चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध से जोड़ा जा सकता है.
भारतीय राज्यों पर अंग्रेजी प्रभुत्व स्थापित करने के लिए किसने प्रशासन में सहायक संधि प्रणाली का सूत्रपात किया?
Description
A लार्ड कार्नवालिस
B वारेन हेस्टिंग्स
C लार्ड वेलेजली
D लार्ड डलहौजी
Description
‘सहायक संधि प्रणाली’ का सूत्रपात लार्ड वेलेजली (1798-1805) ने किया था। यह प्रकार की संधि ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और भारतीय रियासतों के बीच में हुई थी। इसके अंतर्गत, भारतीय शासकों को अपने स्वयं के सशस्त्र बलों को भंग करना पड़ा और अपने क्षेत्र में ब्रिटिश सेना को स्वीकार करना पड़ा। इसके बदले में, अंग्रेजों ने विदेशी आक्रमण या आंतरिक विद्रोह से भारतीय रियासतों की रक्षा की.
भारतीय राज्यों पर अंग्रेजी प्रभुत्व स्थापित करने के लिए किसने प्रशासन में सहायक संधि प्रणाली का सूत्रपात किया?
Description
A लार्ड कार्नवालिस
B वारेन हेस्टिंग्स
C लार्ड वेलेजली
D लार्ड डलहौजी
Description
‘सहायक संधि प्रणाली’ का सूत्रपात लार्ड वेलेजली (1798-1805) ने किया था। यह प्रकार की संधि ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और भारतीय रियासतों के बीच में हुई थी। इसके अंतर्गत, भारतीय शासकों को अपने स्वयं के सशस्त्र बलों को भंग करना पड़ा और अपने क्षेत्र में ब्रिटिश सेना को स्वीकार करना पड़ा। इसके बदले में, अंग्रेजों ने विदेशी आक्रमण या आंतरिक विद्रोह से भारतीय रियासतों की रक्षा की.
अधीनस्थ पार्थक्य की नीति का प्रावधान नहीं था-
Description
A देशी रियासतों को ब्रिटिश साम्राज्य में मिलाना
B रियासतों की बाह्य सम्प्रभुता कम्पनी के पास रहेगी तथा आंतरिक मामलों में उन्हें पूर्ण स्वतंत्रता प्रदान की जायेगी
C देशी रियासतों को ब्रिटिश प्रभुत्व स्वीकार करवाना
D उपरोक्त में से कोई नहीं
Description
अधीनस्थ पार्थक्य की नीति का प्रावधान देशी रियासतों को ब्रिटिश साम्राज्य में मिलाने का नहीं था. इस नीति के अंतर्गत, देशी रियासतों को अपने आंतरिक प्रशासन को स्वयं चलाने की अनुमति थी, लेकिन वे ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन थी. इस नीति का मुख्य उद्देश्य यह था कि देशी रियासतें ब्रिटिश साम्राज्य के विरुद्ध संगठित न हो सकें. इसलिए, इस नीति के तहत, देशी रियासतों को ब्रिटिश साम्राज्य में शामिल नहीं किया गया था.
अधीनस्थ पार्थक्य की नीति का प्रावधान नहीं था-
Description
A देशी रियासतों को ब्रिटिश साम्राज्य में मिलाना
B रियासतों की बाह्य सम्प्रभुता कम्पनी के पास रहेगी तथा आंतरिक मामलों में उन्हें पूर्ण स्वतंत्रता प्रदान की जायेगी
C देशी रियासतों को ब्रिटिश प्रभुत्व स्वीकार करवाना
D उपरोक्त में से कोई नहीं
Description
अधीनस्थ पार्थक्य की नीति का प्रावधान देशी रियासतों को ब्रिटिश साम्राज्य में मिलाने का नहीं था. इस नीति के अंतर्गत, देशी रियासतों को अपने आंतरिक प्रशासन को स्वयं चलाने की अनुमति थी, लेकिन वे ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन थी. इस नीति का मुख्य उद्देश्य यह था कि देशी रियासतें ब्रिटिश साम्राज्य के विरुद्ध संगठित न हो सकें. इसलिए, इस नीति के तहत, देशी रियासतों को ब्रिटिश साम्राज्य में शामिल नहीं किया गया था.
ब्रिटिश भारतीय राज्य क्षेत्र का अंतिम प्रमुख विस्तार हुआ-
Description
A लिटन के समय में
B डफरिन के समय में
C डलहौजी के समय में
D कर्जन के समय में
Description
ब्रिटिश भारतीय राज्य क्षेत्र का अंतिम प्रमुख विस्तार लॉर्ड डलहौजी के समय में हुआ था. लॉर्ड डलहौजी भारत में ब्रिटिश राज का गवर्नर जनरल था और उसका प्रशासन चलाने का तरीका साम्राज्यवाद से प्रेरित था. उसके काल में राज्य विस्तार का काम अपने चरम पर था. उन्होंने अवध के नवाब वाजिद अली शाह पर 13 फरवरी, 1856 को कुशासन का आरोप लगाते हुए अवध पर कब्जा कर लिया. अवध के अलावा, डोक्ट्रिन ऑफ लैप्स (चूक का सिद्धांत) के सिद्धांत के तहत, विलय किए गए क्षेत्र- सतारा (1848), जैतपुर और संबलपुर (1849), उदयपुर (1852), झांसी (1853), नागपुर (1854), और करौली (1855) थे.
निम्नलिखित में से किसने अवध के बारे में यह कहा था, कि 'ये चेरी गिलास फल एक दिन हमारे मुँह में आकर गिरेगा।
Description
A लॉर्ड डलहौजी
B लॉर्ड आकलैण्ड
C जेम्स आउट्रम
D लॉर्ड कैनिंग
Description
लॉर्ड डलहौजी ने 1851 ई. में अवध की रियासत के विषय में कहा था कि “यह गिलास फल एक दिन हमारे ही मुँह में आकर गिरेगा।” उनकी इस टिप्पणी का अर्थ था कि अवध की रियासत को वे एक दिन अंग्रेजों के अधिकार में ले लेंगे. 1856 ई. में, अर्थात इस टिप्पणी के पांच वर्ष बाद, अवध को ब्रिटिश राज्य में मिला लिया गया और अवध के नवाब को वहाँ से निर्वासित कर कलकत्ता भेज दिया गया. इसके पश्चात, अवध का विलय 1857 के विद्रोह का कारण बन गया. लॉर्ड डलहौजी ने अपनी हड़प नीति के तहत अनेक देशी राज्यों को हड़पने में इस टिप्पणी का प्रयोग किया. उनकी नीतियाँ और कार्यकाल ने भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
निम्न में से कौन एक भारत का प्रथम वायसराय था ?
Description
A लार्ड कैनिंग
B लार्ड क्लाइव
C लार्ड कार्नवालिस
D लार्ड रिपन
Description
भारत का प्रथम वायसराय लार्ड कैनिंग था. उनका पूरा नाम द विस्काउंट कैनिंग था. वह भारत के गवर्नर-जनरल के रूप में 1856 से 1862 तक कार्य कर चुके थे. इस दौरान ही 'गवर्नर ऑफ़ इंडिया 1858 एक्ट 'पास हुआ, जिसके अनुसार ‘गवर्नर ऑफ़ जनरल ऑफ़ इंडिया’ को ही वायसराय घोषित किया गया. ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कम्पनी से ब्रिटिश ताज को सत्ता हस्तान्तरित किए जाने के बाद भारत सरकार के पुनर्गठन की कार्रवाई लॉर्ड कैनिंग की अध्यक्षता में हुई. उन्हें 1859 में अर्ल की उपाधि प्रदान की गई. 1861 के ‘भारतीय परिषद अधिनियम’ द्वारा उन्होंने अपनी कार्यकारी परिषद का पुनर्गठन किया और दायित्वों का विभागीय वितरण शुरू किया.
विधवा पुनर्विवाह अधिनियम किसके शासन में क्रियान्वित किया गया?
Description
A सर हेनरी हार्डिंग
B लार्ड डलहौजी
C लार्ड कैनिंग
D लार्ड लॉरेंस
Description
विधवा पुनर्विवाह अधिनियम, 1856 लार्ड कैनिंग के शासनकाल में क्रियान्वित किया गया था. इस अधिनियम ने हिंदू विधवाओं को दोबारा शादी करने का अधिकार दिया. इस अधिनियम के तहत, विधवा को उसकी पहली शादी से मिली हुई विरासत और अधिकार प्राप्त करने का हक़ था. लार्ड कैनिंग ने अपने कार्यकाल के दौरान भारत के गवर्नर जनरल के रूप में अपना कार्य किया था. उनके कार्यकाल के दौरान ही 1857 का विद्रोह हुआ जिसकी गूंज पूरे देश में सुनाई दी. इस विद्रोह के बाद अगस्त 1858 में ब्रिटिश संसद के द्वारा भारत शासन अधिनियम 1858 पारित किया गया था. इस अधिनियम के तहत भारत के गवर्नर जनरल का नाम बदलकर वायसराय (ब्रिटिश क्राऊन का प्रतिनिधि) कर दिया गया था.
महान अकर्मण्यता की नीति किसके द्वारा अपनाई गई थी?
Description
A लॉर्ड केनिंग
B लॉर्ड डलहौजी
C सर जॉन लॉरेन्स
D लॉर्ड हेस्टिंग्स
Description
महान अकर्मण्यता की नीति सर जॉन लॉरेन्स द्वारा अपनाई गई थी. उनका कार्यकाल 1863 से 1869 तक था. उन्होंने अफगानिस्तान के संदर्भ में कुशलता, अकर्मण्यता या ‘अहस्तक्षेप’ की नीति का पालन किया और तत्कालीन शासक शेरअली से दोस्ती कर ली. इस नीति के तहत, उन्होंने भारत और इंग्लैंड के बीच समुद्री टेलीग्राफ सेवा का प्रारम्भ किया.
अफगानिस्तान के प्रति एक जोशभरी' अग्र (फॉरवर्ड ) ' नीति का अनुसरण करने वाला गवर्नर जनरल था-
Description
A एल्गिन
B मिंटो
C डफरिन
D लिटन
Description
अफगानिस्तान के प्रति एक जोशभरी ‘अग्र (फॉरवर्ड)’ नीति का अनुसरण लॉर्ड लिटन ने किया था. उन्होंने अपने शासनकाल में अफगानिस्तान के प्रति एक आक्रामक नीति अपनाई. इस नीति का मुख्य उद्देश्य था कि अफगानिस्तान को ब्रिटिश साम्राज्य के अधिकार में लाना. इसके लिए उन्होंने दूसरे अफगान युद्ध का आयोजन किया. इस युद्ध के परिणामस्वरूप, अफगानिस्तान के अमीर शेर अली ने तख्त छोड़ दिया और उनके पुत्र याकूब खान ने अफगानिस्तान की सत्ता संभाली. इस तरह, लॉर्ड लिटन ने अफगानिस्तान के प्रति एक जोशभरी ‘अग्र (फॉरवर्ड)’ नीति का अनुसरण किया.
किसकी पदावधि में महिलाओं तथा बच्चों की कार्यावधि के घंटों को सीमित करने तथा स्थानीय शासन को आवश्यक नियम बनाने के लिए प्राधिकृत करने के लिए प्रथम फैक्टरी का अभिग्रहण किया गया?
Description
A लार्ड रिपन
B लार्ड लिटन
C लार्ड बैंटिक
D लार्ड कैनिंग
Description
भारत में महिलाओं और बच्चों की कार्यावधि के घंटों को सीमित करने और स्थानीय शासन को आवश्यक नियम बनाने के लिए प्राधिकृत करने के लिए प्रथम फैक्टरी अधिनियम का अभिग्रहण लार्ड रिपन की पदावधि में किया गया था. इस नियमन का उद्देश्य श्रमिकों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करना था.
निम्नलिखित में से किसे भारत में 'स्थानीय स्वायत्त शासन' का जनक माना जाता है?
Description
A लार्ड कर्जन
B लार्ड डलहौजी
C लार्ड कैनिंग
D लार्ड रिपन
Description
भारत में ‘स्थानीय स्वायत्त शासन’ का जनक माना जाता है लार्ड रिपन. उन्होंने 1882 में स्थानीय स्वशासन की स्थापना करके भारतीयों को स्वतंत्रता का पहला स्वाद दिया था. उनकी इस नीति ने वर्णाक्यूलर प्रेस एक्ट को समाप्त कर समाचार-पत्रों की स्वतन्त्रता को बहाल किया. उन्होंने अपने कार्यकाल में स्थानीय स्वशासन की संस्थाओं को जन्म दिया.
निम्नलिखित में से किसे भारत में 'स्थानीय स्वायत्त शासन' का जनक माना जाता है?
Description
A लार्ड कर्जन
B लार्ड डलहौजी
C लार्ड कैनिंग
D लार्ड रिपन
Description
भारत में ‘स्थानीय स्वायत्त शासन’ का जनक माना जाता है लार्ड रिपन. उन्होंने 1882 में स्थानीय स्वशासन की स्थापना करके भारतीयों को स्वतंत्रता का पहला स्वाद दिया था. उनकी इस नीति ने वर्णाक्यूलर प्रेस एक्ट को समाप्त कर समाचार-पत्रों की स्वतन्त्रता को बहाल किया. उन्होंने अपने कार्यकाल में स्थानीय स्वशासन की संस्थाओं को जन्म दिया.
निम्नलिखित में से किसे भारत में 'स्थानीय स्वायत्त शासन' का जनक माना जाता है?
Description
A लार्ड कर्जन
B लार्ड डलहौजी
C लार्ड कैनिंग
D लार्ड रिपन
Description
भारत में ‘स्थानीय स्वायत्त शासन’ का जनक माना जाता है लार्ड रिपन. उन्होंने 1882 में स्थानीय स्वशासन की स्थापना करके भारतीयों को स्वतंत्रता का पहला स्वाद दिया था. उनकी इस नीति ने वर्णाक्यूलर प्रेस एक्ट को समाप्त कर समाचार-पत्रों की स्वतन्त्रता को बहाल किया. उन्होंने अपने कार्यकाल में स्थानीय स्वशासन की संस्थाओं को जन्म दिया.
निम्नलिखित में से कौन भारत का एकमात्र यहूदी वायसराय था ?
Description
A लार्ड इरविन
B लार्ड कर्जन
C लार्ड कैनिंग
D लार्ड रीडिंग
Description
भारत का एकमात्र यहूदी वायसराय लॉर्ड रीडिंग था. उनके कार्यकाल के समय चौरी-चौरा घटना, स्वराज पार्टी का गठन तथा रौलेट एक्ट निरसित हुआ. इसके अलावा, उन्होंने भारत में कई महत्वपूर्ण नीतियाँ अपनाईं. उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें भारत में ‘स्थानीय स्वायत्त शासन’ का जनक माना जाता है.
निम्नलिखित में से कौनसा युग्म सही सुमेलित नहीं है?
Description
A लार्ड वेलेजली - चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध
B हेक्टर मुनरो - बक्सर का युद्ध
C लार्ड हेस्टिंग्स - आंग्ल-नेपाल युद्ध
D लार्ड कार्नवालिस - चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध
Description
चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध के दौरान बंगाल के गवर्नर-जनरल लार्ड कार्नवालिस थे. लेकिन, चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध का मुख्य कारण टीपू सुल्तान द्वारा लार्ड वेलेजली का सहायक संधि को अस्वीकार करना था. लार्ड वेलेजली - चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध होना चाहिए था.
निम्न कथनों में से कौनसा सही नहीं है-
Description
A लार्ड विलियम बैंटिक सबसे बड़े ब्रिटिश शासकों में से एक था, क्योंकि उसने भारत में ब्रिटिश साम्राज्य को संग्रहित किया।
B जन प्रशासन की नींव वारेन हेस्टिंग्स द्वारा मजबूती से रखी गई जिस पर ऊपरी संरचना कार्नवालिस ने की ।
C ईस्ट इंडिया कंपनी का असैनिक और सैनिक सुधार करने का श्रेय क्लाइव को था ।
D लार्ड डलहौजी ने ध्युति के सिद्धांत के आधार पर ब्रिटिश साम्राज्य में समृद्ध क्षेत्र जोड़े।
Description
(A) लार्ड विलियम बैंटिक भारत में ब्रिटिश साम्राज्य को संग्रहित करने वाले बड़े ब्रिटिश शासकों में से एक नहीं थे। वास्तव में, उन्होंने भारतीयों की शोचनीय दशा की ओर ध्यान दिया और भारतीय जनता का कल्याण उनका मुख्य कर्तव्य था।(B) वारेन हेस्टिंग्स ने जन प्रशासन की नींव मजबूती से रखी थी और उस पर ऊपरी संरचना कार्नवालिस ने की थी। वारेन हेस्टिंग्स और रॉबर्ट क्लाइव को भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की नींव रखने का श्रेय दिया जाता है।(C) ईस्ट इंडिया कंपनी का असैनिक और सैनिक सुधार करने का श्रेय वास्तव में क्लाइव को दिया जाता है।(D) लार्ड डलहौजी ने ध्युति के सिद्धांत के आधार पर ब्रिटिश साम्राज्य में समृद्ध क्षेत्र जोड़े। वह भारत में ब्रिटिश साम्राज्य का विस्तार करने के लिए व्यापक रूप से पालन की गई व्यपगत का सिद्धांत था।
निम्नलिखित युग्मों में से कौनसा एक सही सुमेलित नहीं है-
Description
A वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट - कर्जन
B पिट्स इंडिया एक्ट - वारेन हेस्टिंग्स
C डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स - डलहौजी
D इल्बर्ट बिल - रिपन
Description
वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट 1878 में लॉर्ड लिटन द्वारा पारित किया गया था. इस एक्ट ने भारतीय भाषाओं में प्रकाशित होने वाले सभी समाचार पत्रों पर नियंत्रण लगा दिया. इस एक्ट को ‘मुंह बन्द करने वाला अधिनियम’ भी कहा गया है. इस घृणित अधिनियम को लॉर्ड रिपन ने 1882 ई. में रद्द कर दिया. इसलिए, लॉर्ड लिटन - वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट होना चाहिए.
सूची - I एवं सूची-II को सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
सूची-I सूची-II
A. क्लाइव 1. प्रेस पर से प्रतिबंध हटाना
B. बैंटिक 2. बंग विभाजन
C. चार्ल्स मेटकॉफ 3. बंगाल में दोहरा शासन
D. कर्जन 4. अंग्रेजी शिक्षा
कूट- A B C D
Description
A 2 4 3 1
B 3 4 1 2
C 4 1 3 2
D 3 2 1 4
Description
क्लाइव : क्लाइव ने प्रेस पर से प्रतिबंध हटाया था। बैंटिक : बैंटिक ने बंग विभाजन का समर्थन किया था। चार्ल्स मेटकॉफ : चार्ल्स मेटकॉफ ने बंगाल में दोहरा शासन का समर्थन किया था। कर्जन : कर्जन ने अंग्रेजी शिक्षा का समर्थन किया था। इस प्रकार, सही उत्तर है (B) 3 4 1 2
निम्नलिखित में से कौनसी जोड़ी (गवर्नर जनरल और घटना) सुमेलित है?
Description
A लार्ड एलनबरो - सिंध का विलय
B लार्ड कार्नवालिस रेग्युलेटिंग एक्ट
C लार्ड वेलेजली - स्थायी बंदोबस्त
D लार्ड डलहौजी - प्रथम अफगान युद्ध
Description
लार्ड एलनबरो - सिंध का विलय, सही सुमेलित है. लार्ड एलनबरो के समय में 1843 में सिंध का विलय अंग्रेजी राज्य में किया गया था. उन्होंने चार्ल्स नेपियर को सैनिक शक्तियों के साथ सिंध भेजा, और नेपियर ने अगस्त, 1843 में सिंध को पूर्ण रूप से ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया.